शुक्रिया शुक्रिया
क्या ही भला है खुदावंद का शुक्र करना,
और तेरे नाम की मदहसराई करना,
सुबह को तेरी शफ़कत का इज़हार करना
और रात को तेरी वफ़ादारी का
शुक्रिया शुक्रिया
ऐ खुदा तेरा शुक्रिया
शुक्रिया शुक्रिया
ऐ खुदा तेरा शुक्रिया
कितना भला है शाम-ओ-सहर
दिल ये करे तेरा हाँ,
शुक्रिया शुक्रिया
तेरा शुक्रिया
दस तार वाले साज़ बजे, और सितार भी - 2
तेरे सबब से ऐ खुदा
खुशियाँ मिली नई
कितने बड़े हैं काम तेरे - 2
कितना मुझे दिया हाँ
शुक्रिया शुक्रिया
ऐ खुदा तेरा शुक्रिया, तेरा शुक्रिया
ख्सादिक खजूर के दरख्त की मानिंद सरसब्ज होंगे,
वो लुबनान के देवदार की तरह बढ़ेगा,
वो तरोताज़ा और सरसब्ज रहेंगे,
ताकि वाजेह करें कि खुदावंद रास्त है,
वही मेरी चट्टान है,
सादिक फलेंगे फूलेंगे, बढ़ते रहेंगे वो - 2
तेरे आंगनों में जो बसे, ताजा रहेंगे वो
सच्चा खुदा है तू मेरा - 2
तूने दिखा दिया, हाँ
शुक्रिया शुक्रिया
ऐ खुदा तेरा शुक्रिया, तेरा शुक्रिया
कितना भला है शामो-सहर - 2
दिल ये करे तेरा
शुक्रिया - शुक्रिया
ऐ खुदावंद तेरा शुक्रिया, तेरा शुक्रिया